इस पेपर में हम देखेंगे कि तबलीगी ज़मात में मुस्लिम महिलाओं की क्या भूमिका थी। अर्थात हरियाणा के मेवात से 1920 के दशक में मौलाना मोहम्मद इलयास द्वारा जब यह आन्दोलन शुरू किया गया और धीरे-धीरे सम्पूर्ण भारत में फैल गया, तो इस कार्य में मुस्लिम महिलाएँ कहाँ तक सक्रिय थी। साथ ही उन्होंने इस्लाम के नियमों को जानने और उनको फैलाने में कहाँ तक अपना योगदान दिया। हम इस लेख में यह भी देखेंगे कि तबलीगी जमात की गतिविधियों के कारण मुस्लिम महिलाओं के जीवन में क्या बदलाव आये। इसके तहत हम इस बिंदु का भी विशलेषण करेंगे कि तबलीगी जमात पितृसत्ता, धर्म, जेंडर से किस तरह अन्तर्सम्बन्धित है।
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